New 123+ Jhoot Shayari In Hindi 2024 | झूठ पर शायरी | झूठ पर स्टेटस | प्यार में झूठ बोलने वाली शायरी

Jhoot Shayari In Hindi : दोस्तों, आज हम आपके लिए झूठ और धोखे पर आधारित कुछ बेहतरीन शायरी लेकर आए हैं। ये शायरी खास तौर पर उन लोगों के लिए हैं जिन्होंने आपके साथ झूठ बोला या आपको धोखा दिया। दोस्तों Jhoot Shayari In Hindi के माध्यम से आप अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं और अपने दिल की बातों को शब्दों में ढाल सकते हैं।

झूठ और धोखा एक ऐसा अनुभव होता है जिसे शब्दों में बांधना आसान नहीं होता। जब कोई हमारे साथ झूठ बोलता है या धोखा देता है, तो हमें गहरी निराशा और दुःख होता है। ऐसी स्थिति में, शायरी एक बहुत अच्छा तरीका हो सकता है अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का।

तो दोस्तों आज हम आपको झूठ पर आधारित शायरी लेकर आये हैं , जिससे आप अपनी भावनाओं को व्यक्त कर सकते हैं और उन लोगों के सामने अपनी बात रख सकते हैं जिन्होंने आपके साथ नाइंसाफी की है। तो चलिए Jhoot Shayari In Hindi के एक और सुहावना सफर पर चलते हैं। हमें उम्मीद हैं की आपको Jhoot Shayari In Hindi जरूर पसंद आएगी।

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Jhoot Shayari

“सच बोलना बहुत आसान होता है,
लेकिन अपने बारे में सच सुन पाना बहुत मुश्किल।”

तेरे झूठे वादों ने मेरा दिल तोड़ दिया,
अब किसी पर ऐतबार नहीं होता।

झूठ बोलना जितना आसान है,
सच बोलना उतना ही मुश्किल !!

न जाने क्यों मगर इस दुनियां के झूठे लोग
वफ़ाएं कर नहीं सकते वादे हज़ार करते हैं

झूठ वाले कहीं से कहीं बढ़ गये
और मैं था कि सच बोलता रह गया

“बड़ी बेअदबी से आज उसने सच बोला,
इससे बेहतर तो वो झूठ ही सही थे।”

झूठे प्यार का नशा ऐसा चढ़ा,
कि अब हर खुशी से दिल डरता है।

तेरी झूठी मोहब्बत ने मुझे बर्बाद कर दिया,
अब सच्चे प्यार की तलाश भी नहीं रहती।

ख़ुद से पूछोगे जब भी सवाल मुझसे जुदायी का
मिल जाएगा हर एक जवाब मेरी रूसवायी का

धोखे की दुनिया में दिल लगाने का क्या फायदा,
यहाँ तो हर कोई झूठ बोलकर चला जाता है।

झूठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फडडाते हैं
बाज की उड़ान में कभी आवाज नहीं होती

किसी से झुठी मुहब्बत, किसी से सच्चा बैर
मैं कर तो सकता हूँ ये सब, मगर नहीं करूंगा

झूठ को ही सही मैं सच मान तो गया
पर झूठ बोलने में तुम्हारा ईमान तो गया 

“मुझे तसल्ली हो जाएगी तुम्हारे झूठ से भी,
कह दो के कभी इश्क़ था तुम्हें मुझसे।”

झूठ की बुनियाद पर बनाये गए रिश्ते,
सच की एक मामूली चोट से टूट जाते है

मैं तुम पर हर बार भरोसा करता हूँ
इतना सच्चा झूठ तुम्हारा होता है

न जाने क्यों मगर इस दुनियां के झूठे लोग
वफ़ाएं कर नहीं सकते वादे हज़ार करते हैं

“हर इंसान जरुरत और मौके के अनुसार
कभी न कभी झूठ बोलता ही है।”

इसीलिए तो सबसे ज़्यादा भाती हो
कितने सच्चे दिल से झूठी क़समें खाती हो

“ज़रुरत पड़े तो झूठ कभी – कभी बर्दाश कर लीजिए,
लेकिन झूठा आदमी कभी बर्दाश मत कीजिए।”

तेरे झूठे इरादों ने मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी,
अब किसी पर यकीन नहीं होता।

अरे कितना झुठ बोलते हो तुम 
खुश हो और कह रहे हो मोहब्बत भी की है !!

जादू है या तिलिस्म तुम्हारी ज़बान में
तुम झूठ कह रहे थे मुझे एतबार था

किसी के झूठ से पर्दा हटाकर
हमारा सच बहुत रोया था उस दिन

झूठी शान के परिंदे ही ज्यादा फड़फडडाते हैं
बाज की उड़ान में कभी आवाज नहीं होती

“कोई एक बार झूठ बोले तो माफ़ कर दीजिए,
दोबारा बोले तो सतर्क हो जाइये।”

सच घटे या बढ़े तो सच न रहे,
झूठ की कोई इन्तहा ही नहीं

मोहब्बत सच है साहब
बस लोग झूठे होते है

“अगर कभी झूठ बोल देने से किसी का दिल टूटने से बच जाए,
तो ऐसे झूठ में कोई बुराई नहीं है।”

धोखे का दर्द इतना गहरा है,
कि अब हर मुस्कान में भी ग़म दिखाई देता है।

इस दुनिया के हर शख्स को नफरत है झूठ से 
मै प्परेशान हूँ ये सोचकर की फिर ये झूठ बोलता कोन है !!

माना की मैं ‘झूठ” बोलता हुँ,
पर तुमसे कही हर बात तो सच्ची थी।

सच बोलना बहुत आसान होता है
लेकिन अपने बारे में सच सुन पाना बहुत मुश्किल

“झूठ बहुत तेजी से फैलता है,
और सच को मेहनत करनी पड़ती है।”

जिनसे कभी कोई सच ना छिपाया वही
आज हमसे बोले कि झूठ में तो हमने पी. एच. डी. कर रखी है।

बड़ी बेअदबी से आज उसने सच बोला
इससे बेहतर तो वो झूठ ही सही थे

“सफाई से झूठ बोलना एक कला है,
जो सब के बस की बात नहीं है।”

तेरे बिन जिंदगी अधूरी लगती है,
तेरे झूठे प्यार ने हमें बहुत तड़पाया।

प्यार में किसी से झूठा इजहार नहीं करना!
जा यहाँ से तुझ से अब प्यार नहीं करना,!!
खोया रहता था दिन रात तेरी याद में!
चली जा अब तेरा इंतज़ार नहीं करना,!!

झूठ पर झूठ कितना बोलोगे
क्या कभी सच के तराजू पर खुद को तौलोगे

किसी से झुठी मुहब्बत, किसी से सच्चा बैर
मैं कर तो सकता हूँ ये सब, मगर नहीं करूंगा

“झूठ बोलना भी कहाँ आसान है,
आखिर बेशरम होना पड़ता है।”

झूठ बोलने में सबसे बड़ी परेशानी यह है
की झूठ को हमेशा याद रखना पड़ता है

झूठ अक्सर ही प्रिय होता है,
और सच बहुत कड़वा।

बिछड़कर भी तेरा ख्याल आता है,
तेरी झूठी मोहब्बत का जादू ऐसा है।

खो दिया मेने सब कुछ तेरी मोहब्बत में !
जा बेबफा अब तेरा एतबार नहीं करना!!
देख लिया खुद को बर्बाद करके हमने !
तू किसी से अब प्यार की फरयाद नहीं करना!!

मुझे तो प्यार से लुट लिया है तू ने !
किसी और को मेरी तरह बर्बाद नहीं करना!!

जब मुश्किलों में खुद को पाओगे
छोड़कर झूठ का परचम सत्य की राह अपनाओगे।

अगर तुम्हें ख़ुशी मिलती हैं हमसें बात ना करके तो हम
दुआ करते हैं की आप की ख़ुशी कभी कम ना हों।

झूठ की बुनियाद पर बनाये गए रिश्ते,
सच की एक मामूली चोट से टूट जाते है

जैसे आग के बिना धुआं नहीं हो सकता,
वैसे ही सच के बिना झूठ नहीं हो सकता।

तेरे जाने के बाद भी दिल नहीं मानता,
तेरे झूठे प्यार की यादें हमेशा सताती हैं।

सत्य वह दौलत है जिसे पहले खर्च करो 
और जिंदगी भर आनंद पाओ 
झूठ वह कर्ज है जिससे 
क्षणिक सुःख पाओ 
पर जिंदगी भर चुकाते रहो ।

हालात सिखाते हैं,
बातें सुनना और सहना
वरना हर व्यक्ति स्वभाव से
बादशाह ही होता है ।

अरे कितना झुठ बोलते हो तुम 
खुश हो और कह रहे हो मोहब्बत भी की है

सच्चाई के साथ की गई शुरुआत,
आपको आपके मंज़िल तक ले जाती है।

जब कभी प्यार किया ही नहीं मुझसे,
तो क्यों आए कुछ पल के लिए मेरी जिंदगी में।

मोहब्बत करली तुमसे बहुत सोचने के बाद 
अब किसी को देखना नहीं तुमहे देखने के बाद 
खुदा माफ करे इतना झूठ बोलने के बाद

इस अकेलेपन से अब तंग आ गया हूं,
इसलिए बहुत से आईने खरीद लाया हूं।

झूट के आगे पीछे दरिया चलते हैं
सच बोला तो प्यासा मारा जाएगा

झूठों को गवाही की जरुरत होती है,
सच खुद ही सच दिखता है।

झूठ बोलने में सबसे बड़ी परेशानी यह है
की झूठ को हमेशा याद रखना पड़ता है

मोहब्बत सच है साहब
बस लोग झूठे होते है

झूठी मुस्कान पर फिदा मत होना कभी,
क्योंकि इस मुस्कान के पीछे छिपे चेहरे के राज हैं कई।

अपने फायदे के लिए किसी के जज्बातों से मत खेलो,
तुम्हें नहीं पता सच जानकर उसे कितना दर्द होगा।

आज दिल तोड़ा है तुमने मेरा,
उम्मीद है एक दिन तुम्हें भी टूटे दिल के दर्द का एहसास होगा।

झूठी तारीफों से अच्छा तो,
सच्ची कमियां अच्छी है।

बस टाइम पास के लिए किसी की जिंदगी में शामिल मत होना,
क्योंकि जब उसे सच का पता चलता है, तो बहुत दर्द होता है।

आजकल के दुनिया में सच कहीं चुप सी गई है,
झूठों का बोल बाला हो गया है।

तुमने वादा किया था, हर मुश्किल में साथ निभाने का,
पर जब आई मुश्किलें, तो तुम साथ छोड़कर चले गए।

झूठ कितना भी आगे हो जाए,
सच से आगे नहीं जा सकता।

मैंने तुमसे प्यार नहीं किया था,
मैंने तो उस शख्स से प्यार किया था, 
जिसका झूठा दिखावा तुमने किया था।

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झूठा प्यार दिखाकर किसी के अरमानों के साथ मत खेलो,
क्योंकि जब दिल टूटता है तो लोग टूट जाते हैं।

लुटा दिया सब कुछ जिसकी मोहब्बत में,
कह दो उस बेवफा पर फिर ऐतबार नहीं करना।

जहाँ झूठ होता है,
वहां विश्वास का वास नहीं हो सकता।

मुझे तो मोहब्बत में लूट लिया उसने,
अब बस गुजारिश है इतनी,
मेरी तरह बर्बाद न करना किसी को।

झूठ आसानी से फैलता है,
सच को मेहनत करनी पड़ती है।

हर बार रेत बनकर चूमता था कदम उसके,
एक वह है जो हर बार झटक कर चल देती थी।

हम तो सच्चे दिल से उसे प्यार करते थे,
क्या पता था उसे प्यार का नाटक करने में महारत हासिल थी।

ये दिल भी बहुत अजीब चीज है,
जिसने ठुकरा दिया,
फिर उसी से दिल्लगी करना चाहता है।

लाख कोशिशें कि तेरे झूठे प्यार को भुलाने की,
मगर दिल है कि बाज नहीं आता तेरी याद दिलाने से।

मेरी नफरत पर भी हक नहीं अब तुम्हारा,
क्योंकि नकाब के पीछे का फरेबी चेहरा मैं देख चुका तुम्हारा।

सच को तमीज़ ही नहीं बात करने की
झूठ को देखो कितना मीठा बोलता है

जो लोग बड़े खूबसूरत और मासूम लगते हैं,
प्यार में अक्सर वही बेवफा निकलते हैं।

झूठ बोलने वाले ही अक्सर दिल में बस जाते हैं,
सच बोलने वाले तो बस ठोकरे खाते हैं।

चलते थे सीना तान के हम भी कभी,
मगर प्यार करने की भूल कर बैठे और इस प्यार ने जमीन पर गिरा दिया।

तुम्हें भूलने की कोशिश कर रही हूं,
तुम कोशिश न करना हमारी यादों में आने की।

फरेबी प्यार के नशे में झूठे ख्वाब दिखा गई,
कुछ ऐसी थी उसकी अदाएं कि पानी में भी आग लगा गई।

मोहब्बत का हर मीठा लम्हा गुजर गया,
झूठा था प्यार तेरा, जो वादा करके मुकर गया।

इश्क है मुझे बस तुमसे नाम बेवफा मत देना,
गैर की तरह मुझे इल्जाम बेवजह मत देना।

प्यार में दोबारा किसी से झूठा इकरार न करना,
जाओ हमें अब तुमसे प्यार नहीं करना।

लत होती है उनको झूठ बोलने की
यह नहीं कोई मज़बूरी है
मुखोटे के सहारे जीते हैं जो लोग
उनके लिए सच्चाई बस एक कमज़ोरी है

न इश्क मिला न प्यार,
हमें तो बस हर बार मिला बेवफा यार।

जानता हूं झूठी थी तेरी हर अदा,
फिर न जाने क्यों दिल अब तक तुझ पर ही है फिदा।

जरा अपनी तरह ही इन यादों को भी बेवफाई सिखा देते,
ताकि हर रोज आकर ये हमें यूं दर्द न देते।

इतनी आदत ना बना लो झूठ की
की सह नहीं पाओगे ताप सच्चाई के किरण की
बस धसते जाओगे दलदल में
और खो बैठोगे वजूद अपने आप की

पल भर में फैसला कर दिया हमारे दिल तोड़ने का,
एक बार तो मौका दिया होता, प्यार जताने का।

मीठी बातों में तुम बहक ना जाना
सच्चे और झूठे की परख तुम रखना
कोई तुम्हारा यूँही फायदा ना उठाले
इसलिए अपनी अच्छाई को ज़रा ढक कर रखना

तेरे ख्याल को अब भी दिल से लगाए बैठे हैं,
भूलने की कोशिश में, अब भी तुमको ही दिल में बसाए बैठे हैं।

दिल तोड़ने वालों से जोड़ने की उम्मीद रखते हो,
दीवाने ही हो गए हो, जो एक बेवफा से वफा की उम्मीद रखते हो।

एक तुम्हारे जाने से कितनी तन्हा हो गई जिंदगी,
हजारों अपनों के बीच भी अकेली रह गई जिंदगी।

प्यार करके हर कोई जता नहीं पाता,
रो लेते हैं दिल में ही, आंखों के बहते आंसू दिखा नहीं पाता।

हक है उसे मेरी जिंदगी से चले जाना का,
और हमें हक है उम्र भर उसे दिल में बसाने का।

झूठ बोलने में सबसे बड़ी परेशानी यह है कि
झूठ याद रखने पड़ते है…!!

अजीब सी घुटन होने लगी है, इश्क का इजहार करते-करते,
हम तो अब खुद से रूठ ही जाते हैं, तुम्हें मनाते-मनाते।

झूठ भी कितना अजीब है,
खुद बोलो तो अच्‍छा लगता है
दूसरें बोले तो गुस्‍सा आता है।

बेवफाई कर गया वह कुछ इस तरह,
सारी उम्र ढूंढ़ते है रह गए हम अपना ही कसूर।

मजबूरियां भी जुदा कर जाती है,
जरूरी नहीं दूर जाने वाला हर शख्स बेवफा हो।

कैसे बताएं जमाने को जिससे दिल लगाया,
वही दे गया घाव गहरा।

ये मोहब्बत भी किराये के मकान की तरह निकली,
सजाया तो बहुत, पर मेरी नहीं हुई।

हम क्यों अफसोस करें किसी के न मिलने का,
अफसोस तो वो करें जिन्हें हम न मिले।

वक्त गुजारने का नया फैशन बन गया है,
झूठी मोहब्बत का सच्चा दिखावा करना।

मुझसे नजरे चुरा सकते हो,
लेकिन कैसे निकालोगे याद मेरी दिल से।

दिल मेरा फिजूल नहीं,
जो तेरे झूठे इश्क को कबूल कर ले।

बर्बाद करने का तरीका बड़ा जालिम था उसका,
जिन्दगी बनकर जिन्दगी ही छीन ली।

इस अदा से देखा न करो,
इश्क हो जाएगा और इल्जाम हम पर लगाया जाएगा।

इश्क करके जाने क्या गुनाह कर बैठे हम,
अपनी खुशी खुद ही लुटा बैठे हम।

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