160+ Badmashi Shayari [Latest] | बदमाशी डायलॉग हिंदी में

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Badmashi Shayari

हम बस वहां तक शरीफ है,
जहां तक सामने वाला अपनी औकात ना भूले…!

अब ज़रा संभल के बात करना मुझसे, क्योंकि जो में था
मै रहा नहीं, और जो मैं हूँ वो तुम्हे पता नहीं!

हम बस वहां तक शरीफ है,
जहां तक सामने वाला अपनी औकात ना भूले…!  

मौत से कह दो जब भी आए शराफत से आए
हमारी अदालत में गुरूर दिखाने वालो को
इंसाफ नही मिलता.!!

हमारे खौफ से थर्राती है ये दुनिया
हमारे शौक का लोग अहतराम करते हैं
हम जिस जगह ठहर जाते हैं
वहीं पर लोग हर चीज का इंतजाम करते हैं ।

बदमाशी दिखाई तो उठा लेंगे घर से
हमारी शख्शियत से तुम वाकिफ ही कहां हों..!!

हमारे इश्क़ की कहानी भी अजीब है,
शुरू भी तुमसे और खत्म भी तुम पर।
जब से तुझसे मिला हूँ, दिल का करार खो गया,
तू बदमाशियों का किंग और मैं तेरी क्वीन हो गया।

अब जरा संभल के बात करना मुझसे,
क्योंकि जो मैं था वो मैं रहा नही,
और जो मैं हु, वो तुम्हे पता नही…!

जब दुशमन पत्थर मारे तो, उसका जवाब फुल से दो,
बस याद रखना की फुल,उसकी कबर पर होना चाहिये।

हम रखते हैं शेर का जिगरा
तुम जैसे गीदड़ों का शिकार करते हैं
अगर हमसे टकराओगे तो मिटा दूंगा
नहीं तो हम भी सभी से प्यार करते हैं ।

Badmashi Shayari

ऐरे गैरे लोगों से हम डरते नहीं
लड़की चाहे कैसी भी हो किसी पर मरते नहीं..!!

कुछ लोग इतिहास पढ़ते हैं, कुछ पढ़ाते हैं,
लेकिन हम इतिहास बनाते हैं।

अब जरा संभल के बात करना मुझसे,
क्योंकि जो मैं था वो मैं रहा नही,
और जो मैं हु, वो तुम्हे पता नही…!

मंजिलों को देखते है याद तुझे हर शाम ना करे
अब ऐसा कोई दुश्मन नही बचा जो हमे देखकर सलाम ना करे

शहर में बस अपना ही अपना बोल-बाला है
ये शौक है हमारा इसे हमने बेखौफ पाला है
हमने छीन लिया है सुख चैन उन सबका
जिसने हमारे इलाके पे नजर डाला है।

किसी से जलना हमारी आदत नहीं
हम खुद की काबिलियत से
लोगो को जलाते है..!!

दिल में आग, आँखों में शोले,
शरारतों की दुनिया में, हम हैं अकेले।
ये बदमाशी हमारी पहचान है,
दोस्ती हो या दुश्मनी, बस अपने स्टाइल की मिसाल है।

मैं अपने घर वालो की नही सुनता,
और तुम्हे लगता है मैं तुम्हारी सुनूंगा…!

किसी से जलना हमारी आदत नहीं हम खुद की
काबिलियत से लोगो को जलाते है!

हरा कर कोई जान भी ले जाए तो मंजूर है मुझको,
मगर मेरी जान धोका देने वालो को फिर मैं मोका नही देता…! 

Badmashi Shayari

नवाब की जिन्दगी जीने के लिए नसीब लगता है,
वर्ना हीरो की जिन्दगी तोह कोई भी जीता है।

शरीफों की महफ़िल में हम,
बदमाशी का ताज पहनाते हैं।
हमसे पंगा लेने वालों,
अपने दिल को कांपाते हैं।

मौत आ जाए साली,
पर जो नसीब में ना हो उसपर दिल कभी ना आए…!

सिर्फ जंगल छोड़ा है,
याद रखना शेर तो आज भी हम ही है!

 मैं अपने घर वालो की नही सुनता,
और तुम्हे लगता है मैं तुम्हारी सुनूंगा…! 

आवाज़ की बात मत कर मेरे सामने,
लोग हमारे ख़ामोशी से ही डर जाते है ।

हमारी शराफत का फायदा उठाना बंद कर दो,
जिस दिन हम बदमाश बन गए क़यामत आ जायेगी।

हम तो बस शौक के लिए रखते हैं
खौफ तो लोग हमें देखकर ही खाते हैं
यंहा सिक्का तो बस अपना ही चलता है
बाकी लोग तो बस यूं ही छटपटाते हैं।

मत करो छेड़छाड़ मेरी ख़ामोशी से
तुम पर बहुत भारी पड़ेगा..!!

शरीफों के शहर में,
हम बदमाश बने बैठे हैं।
दिल से साफ हैं, मगर,
दिमाग में दिमाग लड़ा बैठे हैं।

मोहब्बत थी इसलिए हार मान गया,
ज़िद होती तो तुझे ऐसा बर्बाद करता,
तेरी नशले भी याद करके रोती….!

मेरी औकात से ज्यादा बेटा मेरे नाम के चर्चे है और तेरी
उकात से ज्यादा तो मेरे सिगरेट के खर्चे है!

Badmashi Shayari

मोहब्बत थी इसलिए हार मान गया,
ज़िद होती तो तुझे ऐसा बर्बाद करता,
तेरी नशले भी याद करके रोती….! 

मेरी बदमाशी मेरी निशानी है
आओ कभी हवेली पे अगर कोई परेशानी है।

वक्त तुम्हारा भी था और हमारा भी है
तुम से न हुआ हमने उसे बदल डाला है
ये अब हमारी दुनिया है मेरे दोस्त
तुमने तो बस देखा था, हमने इसे संभाला है।

वैसे तो हम शांत है पर किसी ने
अंगुली की तो तबाही मचाने का
जिगरा रखते हैं..!!

दुनिया से अलग हमारी पहचान है,
बदमाशी करना हमारी शान है।
जो हमें समझता है गलत,
वो खुद ही परेशान है।

जो हमारे विरोध में है अपनी सुरक्षा की जिम्मेदारी स्वाम लें,
मौका-ए-वारदात पर प्रशासन भी साथ नहीं देगा…!

उनकी तो क्या इज्जत करना जिनकी
हरकत ही कुत्तो जैसी हो!

याद करोगे तो याद रहोगे,
वरना याददाश्त हमारी भी कमजोर है…!  

दहसत बनाओ तो शेर जैसी बनाओ,
क्योंकि डराना तो गली के कुत्ते भी जानते हैं।

जिस चीज का तुम्हे सबसे ज्यादा खोफ है,
मुझे उसी चीज का शोक है….!   

Badmashi Shayari

कुछ सही तो कुछ खराब कहते है,
लोग हमे बिगड़ा हुआ नवाब कहते है..!!

वक्त तुम्हारा भी था और हमारा भी है
तुम से न हुआ हमने उसे बदल डाला है
ये अब हमारी दुनिया है मेरे दोस्त
तुमने तो बस देखा था, हमने इसे संभाला है।

हमसे दुश्मनी करोगे तो
बेटा अकाल मृत्यु मरोगे..!!

बातें हमारी मशहूर हैं,
और अकड़ तो खून में है।
शौक से करते हैं बदमाशी,
क्योंकि अपने अंदाज में जूनून है।

अभी खुद को इतना बदलना है ना,
के बुरे वक्त में साथ छोड़ने वाले अफसोस ही नही,
घुटन भी महसूस करें….!

एक बात ना भूलना भाई,
किस्मत बदलेगी औकात नहीं!

वक्त बुरा था बदल जाएगा,
लेकिन ये बदले हुए लोग हमेशा याद रहेंगे… 

जिगर वालों को डर से कोई वास्ता नहीं होता,
हम कदम भी वही रखते हैं,जहां कोई रास्ता नहीं होता।

जनाब हम थोड़े खामोश क्या हुए
दुनिया हमे बेवकूफ समझने लगी..!!

हम भूले नहीं हैं तुझे तू मेरे निशाने में है
तेरी भलाई मुझसे दूर कहीं  जाने में है
तुझे लगता है तू रंगबाज है तेरी चलती है
तो मुझसा कोई बदमाश नहीं जमाने में है।।

दोस्ती की तो दोस्ती पाओगे
अकड़ोगे तो पेले जाओगे..!!

hindi Badmashi Shayari

हम वो नहीं जो किसी के पीछे भागें,
हम वो हैं जो अपने रास्ते खुद बनाते हैं।
बदमाशी हमारी फितरत नहीं,
बस कुछ दुश्मन यूँ ही बदनाम कर जाते हैं।

जिगर वाले का डर से कोई वास्ता नहीं होता,
हम वहां भी कदम रखते है, जहां रास्ता नहीं होता…!

समझा दो उन समझदारो को की बदमाश की गली
मै आज भी दहशत हमारे नाम की ही है!

हम तो चाहते है लोग हमसे नफरत करे,
वैसे भी मोहब्बत कौनसी सच्ची करते है…! 

अपना तो एक ही तरीका है यारो,
मांगों उसी से जो दे ख़ुशी से,
और जो न दे ख़ुशी से तो छीन लो उसी से

बहुत बड़ी भूल करदी है तुमने
मुझको नजर अंदाज करके,
मेरी ही गली में अभी भटक रहा है
क्या फायदा खुद पर नाज करके।

लत नवाबी की लग चुकी है अब तो
ये तेरे जैसों को पेल कर ही उतरेगी..!!

हमारा स्टाइल और हमारी अदाएं,
दुश्मनों के लिए कहर बन जाती हैं।
बदमाशी में जो मजा है,
वो शरीफों की महफ़िल में कहाँ।

दिल की धड़कन में जोश है,
और आँखों में नशा है।
बदमाशी के इस खेल में,
हम ही तो बेताज बादशाह हैं।

याद करोगे तो याद रहोगे,
वरना याददाश्त हमारी भी कमजोर है…!

हाथ में खंजर ही नहीं आँखों में पानी भी चाहिए,
हमें दुश्मन भी थोड़ा बदमाश चाहिए!

शेर पिंजरे में बंद हो तो जोकर कहलाता है,
और मैदान में उतरे तो तबाही मचाता है…! 

जो कल तक मुझे बदमाश कहती
थी आज वही मुझसे प्यार करती।

मंजिलों को देखते है याद तुझे हर शाम ना करे,
अब ऐसा कोई दुश्मन नही बचा जो हमे देखकर सलाम ना करे।

Badmashi Shayari

पहचान बताने की जरूरत नहीं है
खौफ का दूसरा नाम हूँ मै
मेरी आदत से तुम वाकिफ नहीं हो
इसी आदत के लिए ही बदनाम हूँ मै।

भुला दिया उसने कोई गम नहीं
भूचाल मचा देंगे बेटा हम भी किसी से
कम नहीं..!!

दिल में जुनून और आँखों में नशा है,
बदमाशी करने का अपना ही मजा है।
हमसे जलने वाले बहुत हैं,
पर हमसे आगे कोई नहीं है।

जिस चीज का तुम्हे सबसे ज्यादा खोफ है,
मुझे उसी चीज का शोक है….!

अगर भौकने से दम दिखाया ज़ाता,
तो आज कुत्ते भी शेर होते!

कुछ लोग मिलके कर रहे है मेरी बुराई,
तुम बेटे इतने सारे और मै अकेला मचा रहा हूँ तबाही..!!

मिट गए मेरी हस्ती को मिटाने वाले
बाकी है अदब से सर को झुकाने वाले
मेरी दुनिया में तुम्हारा भी इस्तेकबाल है
कब से हैं फिराक में ये जमाने वाले।

खतरों से खेलना आदत है पुरानी
पर तू अभी बच्चा है
बचा के रख अपनी जवानी..!!

इमली का बूटा, बेरी का पेड़
इमली खट्टी मीठी बेर
इस जंगल में हम दो शेर।

वक्त बुरा था बदल जाएगा,
लेकिन ये बदले हुए लोग हमेशा याद रहेंगे…!

सुनो! अब भाड़ में जाओ तुम,
जिसका होना है हो जाओ तुम!

जितना मजाक उड़ाना है उड़ा लो,
क्योंकि अब मैं नए अंदाज में मिलने वाला हु

इंसान दुःख में साथ देने बाला होना चाहिए,
बरना ख़ुशी में तो हिजड़े भी नाचने आ जाते हैं।

हमारी शरारतों से परेशान लोग,
हमारे दिल के करीब नहीं हैं।
बदमाशी तो बस हमारा स्टाइल है,
हम दिल के बुरे नहीं हैं।

हम तो चाहते है लोग हमसे नफरत करे,
वैसे भी मोहब्बत कौनसी सच्ची करते है…!

जिनकी नजरो में हम बुरे है,
वो अपनी आँखे डोनेट कर सकता है!

 कुछ लोग हमारे शोक से भी जल जाते है,
वो जितना कमाते है हम उससे ज्यादा उड़ाते है   

थोड़ी सी बदमाशी भी जरूरी है जनाब
वरना दुनिया सुकून से जीने नही देती.!!

हमारी ख़ामोशी का चर्चा पूरे शहर में है
ये न समझो हमारा अंदाज बदल गया है
कुछ पल के खुद को बदल कर देखा है
तुम्हारी भूल है कि हमारा मिजाज बदल गया।

हमारी फितरत नहीं किसी का दिल तोडना
हम बस हड्डियों को तोड़ने में
विस्वास रखते हैं..!!

Badmashi Shayari

समन्दर की लहर बस शांत हुई है
उठेगी तो सबकुछ डूबा देगी
तुम्हारे अकड़ के पतवारों  को
एक ही झटके में किनारे लगा देगी।।

तुम अपने हद से बाहर न आओ
ये  हद नहीं तुम्हारी जीवन रेखा
गुजर गए अगर अपने हद से तुम
तो न जाने कहाँ हो जाओगे गुम।।

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