Ghamand Shayari In Hindi : दोस्तों, घमंड एक बहुत ही बुरी आदत है, चाहे वह पैसे का हो या फिर पद और ओहदे का। घमंड से व्यक्ति अंदर से कमजोर और खोखला हो जाता है। जब कोई घमंड से भरा होता है, तो उसके दिल में दूसरों के लिए प्यार और सम्मान की भावना खत्म हो जाती है। वह हमेशा खुद को दूसरों से बेहतर समझता है और इसी तुलना में उलझा रहता है।
इसीलिए, आज हम इस पोस्ट में आपके लिए घमंड से जुड़ी शायरी लेकर आए हैं। इन शायरियों के माध्यम से आप घमंड करने वाले लोगों को एक अच्छा सबक सिखा सकते हैं और उन्हें उनके घमंड से दूर कर सकते हैं। ये शायरी न केवल घमंड के नुकसान को बताती है, बल्कि लोगों को यह समझने में मदद करती है कि सच्ची खुशी और संतोष तभी मिलता है जब हम घमंड छोड़कर विनम्र और सम्मानजनक बने रहते हैं। अगर आपको यह पसंद आये तो अपने दोस्तों या प्रियजनों के साथ जरूर शेयर कीजियेगा।
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“मत कर घमंड इतना अपने हसीन चहरे पर,
ये खूबसूरती बस पल दो पल के लिए है।”
अक्सर ऊंचाइयों को छूने पर लोग
अपनी वास्तविक पहचान भूल जाते हैं
और जिस दिन अहंकार हावी होता हैं
तब सिवाय पतन के और कुछ हांसिल नहीं होता !!!
किसी भी बात का घमंड करोगे
तो बाद में बेहद पछताओगे
क्यूंकि घमंड सब कुछ चूर है करता
जिसका है घमंड उसको आपसे दूर करता
उस पत्थर को बहुत घमंड था
अपने वजन पर
टूटा जब पानी मे डूब गया
“मत कर घमंड इतना अपने हसीन चहरे पर,
ये खूबसूरती बस पल दो पल के लिए है
घमंड को निकाल दो अपने दिमाग से
नहीं तो बाद में बहुत पछताना पड़ेगा
क्योंकि घमंड सब कुछ चूर कर देता है
आपके नज़दीकियों से आप को दूर कर देता है
घमंड किस बात का है,
इक दिन ये सब मिट्टी में मिल जाना है।
घमंड ना करना ज़िंदगी में तकदीर
बदलती रहती हैं , शीशा वहीं रहता हैं ,
बस तस्वीर बदलती रहती हैं !!!
घमंड न कर बंदे अपने वक़्त का
क्योंकि बदलता है ये हर शख्स का
घमंड चाहें जितने दिन रहा जाए एक
ना एक दिन चकनाचूर होना ही है
मुझे घमंड था की मेरे चाहने वाले बहुत है इस दुनिया में
बाद में पता चला की सब चाहते है अपनी ज़रूरत के लिए
मंजिल पर पहुंचकर इतना मत इतराओ
क्योंकि पहले भी सिकंदर कई हुए
जहां कभी होते थे बादशाहों के महल
आज वहीं उनके मकबरे बने हुए हैं
लोगों को घमंड करने दो,
बस तुम स्वाभिमान ऊंचा रखना।
वक्त और किस्मत पर कभी भी ,
घमंड मत करना साहब क्योंकि
जब भी ये बदलते हैं तो हमारा
सबकुछ बदल कर रख देता हैं !!!
इतना घमंड किस बात का है तुम्हे
तुम आज जो भी हो ना मेरी वजह से हो
जिनके पास कुछ नहीं होता
उनके पास घमंड होता है
घमंड ना करना ज़िंदगी में तकदीर
बदलती रहती हैं , शीशा वहीं रहता हैं
बस तस्वीर बदलती रहती हैं
घमंड’ और ‘पेट’ ये दोनों
यदि दोनों बढ़ जाएं तो इंसान चाह कर भी
अपनों को गले से नहीं लगा सकता
जिसे लोग घमंड समझते हैं,
उन्हे हम अपनी अकड़ कहते हैं।
घमंड मत करना साहब कभी वक्त ,
वजूद और विरासत पर कब खत्म हो जाएंगे
आपको पता भी नहीं चलेगा !!!
किस बात का बन्दे तुझे गुरूर है
कि पैसा और शोहरत चारो ओर है
एक दिन ये सब कुछ छूट जाएगा
तब तू किस बात का घमंड दिखाएगा
गुस्सा और घमंड वहाँ जा कर दिखाओ जहाँ जायज़ है
फ़िजूल का हर पर उड़ेल कर अपना ही खून क्या जलाना
घमंड में हस्तियाँ और तूफान में कश्तियाँ
अक्सर डूब जाया करती हैं जनाब
घमंड के उजालों में कुछ इस कदर गुमनाम हुए
मानो खुद के बनाए हुए बाज़ारों में नीलाम हुए
तुम्हारे बस की बात नहीं है हमे समझ पाना,
तुम टूटके बिखर जाओगे हमे समझने में।
इतना क्यों इतराते हो बुलंदियों
पर पहुँच कर तुम अकेले थोड़ी हो आज
आपका वक्त हैं कल हमारा भी होगा !!!
घमंड जब घुसा इंसान के शरीर में
इंसान झुकने की कोशिश भी खड़े-खड़े करने लगा
मुझे लगा तू मेरे प्यार से अंजानी है
पर मैं नहीं जानता था कि
घमंड तेरी निशानी है
जितना गरौर करोगे अपने धन-दौलत पर
उतना ही नीचे गिरोगे अब सोच लो गिरना है या उठना है
सब जानते है उसका घमंड एक दिन मिट जाएगा
फिर भी लोग कहते है जो होगा देखा जाएगा
जो लोग मिले है वो गैर हैं,
सब पर घमंड के पहरे है।
गरीब वो नहीं जो झोंपड़ी में रहता हैं
बल्कि गरीब वो हैं जो अपनी दौलत
का घमंड झोंपड़ी वालों को दिखाता हैं !!!
इस छोटी सी ज़िन्दगी में काम बड़े-बड़े करना
पर कभी गलती से घमंड मत करना
सच्चा ज्ञान वही है जो स्वाभिमान
और घमंड में अंतर करना सिखाये
वक्त और किस्मत पर कभी भी
घमंड मत करना साहब क्योंकि
जब भी ये बदलते हैं तो हमारा
सबकुछ बदल कर रख देता हैं
बहुत सारे अवगुण जो व्यक्ति में नहीं होने चाहिए,
उसमें से एक है घमंड।
अगर ज्यादा ही घमंड हैं तो एक बार
समशान होकर जरूर आना , वहाँ जाकर
देखना तुमसे भी ज्यादा हैसियत वाले रख में मिले पड़े हैं !!!
हमें लगा रूठे हो तुम
तभी हमसे झगडे हो तुम
सोचा लौट कर आओगे
पर बेहद घमंडी हो तुम
नज़र मत कर अपनी खूबसूरती पर घमंड अक्सर
खूबसूरत चीजों को ही सबकी नज़र लगती है
घमंड चाहता है मैं उसे करूँ
पर औकात मेरी मुझे पता है
घमंड चाहें जितने दिन रहा जाए,
एक ना एक दिन चकनाचूर होना ही है।
लोग कीचड़ से इसलिए बचकर निकलते हैं ,
की कहीं कपड़े खराब ना हो जाये
और कीचड़ को घमंड हो जाता हैं की लोग उनसे दर रहे हैं !!!
घमंड से हर कोई दूर होता है
एक ना एक दिन तो घमंड चूर होता है
ना ही तेरी शान कम हो जाती
ना ही रुतबा कम हो जाता
गुस्से में जो कहा था
वही बस हंसकर कहा होता
अपने लिए नहीं तो उन लोगों के लिए कामयाब
बनो जो आपको नाकामयाब देखना चाहते हैं
हर रोज़ मुझे नया कहते हो
और खुद घमंड में रहते हो
उसे घमण्ड था के वो इश्क में नहीं है,
मैने उसकी ये गलतफ़हमी भी दूर कर दी।
ओछेपन की पहली
निशानी है घमंडी होना
मत कर इतना घमंड बहुत पछताएगा
एक दिन खुद ही अपनी नजरो में गिर जाएगा
बड़ा गरुर था इक दरख्त के पत्तों को,
अपनी शान ओ शौकत पर , रूट बदली और हवा चली ,
तो पत्ते फड़फड़ाते नजर आए चौखट पर !!!
मुझे घमंड था की मेरे चाहने वाले बहुत है इस दुनिया में
बाद में पता चला की सब चाहते है अपनी ज़रूरत के लिए
तुम खुद बेहद खूबसूरत हो
इसलिए हमसफ़र भी सुन्दर मांगती हो
अपने इस घमंड के तले फिर
कुछ और ना देखना जानती हो
घमंड किस बात का है जनाब
मंजिल तो हमारी एक ही है श्मशान घाट
एक बात याद रखना घमंड के दिन चार होते है
समय जब आता है न तब हर तरफ से वार होते है
टूट ही जाता है यक़ीन प्यार में साथी पर
कितना करोगी घमंड अपनी खूबसूरती पर
उसने कहा आपमे क्या हुनर है,
मैने कहा घमंड तोड़ने का।
जीत किसके लिए हर किसके लिए
ज़िंदगी भर ये तकरार किसके लिए
जो भी आया हैं वो आयेगा एक दिन
फिर ये इतना अहंकार किसके लिए !!!
बहुत घमंड है तुझे हुसन का
ये हुसन तो एक दिन ढल जाएगा
जब घमंड दूर होगा तेरा
आशिक तेरा कही ओर निकल जाएगा
शिक्षा का सम्पूर्ण आधार ही घमंड की
समाप्ति और स्वाभिमान का विकसित होना है
नज़र मत कर अपनी खूबसूरती पर घमंड अक्सर
खूबसूरत चीजों को ही सबकी नज़र लगती है
इतना क्यों इतराते हो बुलन्दियो पर पहुंच कर,
तुम अकेले थोड़ी हो, आज आपका वक्त है कल हमारा भी होगा।
सुन्दर दिल वाले से प्यार करना चाहिए
अक्सर खूबसूरत चेहरे के पीछे घमंड छिपा होता है
किस बात का इतना घमंड किस बात का इतना गुरूर
वक्त के हाथों बने सब शेर वक्त ही करे सब चकनाचूर
आंसुओं की बुँदे हैं या आँखों की नमी हैं ,
न ऊपर आसमां न नीचे जमीं हैं
ये कैसा मौड़ हैं ज़िंदगी का
उसी की जरूरत हैं और उसी की कमी हैं !!!
गुरुर तो होना था हमारो मोहब्बत को देखकर
मगर वो अपनी कदर देखकर हमारी कीमत भूल गए
वक्त वक्त की बात
आज तुम्हारा है
इसका मतलब ये नही कि
कल भी तुम्हारा ही हो
घमंड और अहंकार की वजह से
इंसान खुद ही अपने रिश्तों को
बिगाड़ लेता है
ये रात भी गुजर जाएगी,
इस रात की महफ़िल का घमंड मत् करना।
ज़िंदगी में दो चीजों पर कभी घमंड मत करना
पैसा और सूरत , गरीबी आते देर नहीं लगती
और छोटा सा हादसा आपकी सूरत बिगाड़ सकता हैं !!!
अरे सुन पागल
हम किसी लड़के को मजबूर नहीं करते की वो हमसे प्यार करे
वो तो कमबख्त Personality इतनी धासु है की
लड़के अपने आप खींचे चले आते है
अपनी सफलता पर गर्व
महसूस करें घमंड नहीं
मैं उसके प्यार में पागल होता रहा,
और मैं उसका प्यार था उसे इसका घमंड होता रहा।
ना इज्जत कम होती ना शान कम होती ,
जो बात तुमने घमंड में कहीं हैं ,
वो बात हंस के बोली होती तो तुम्हारी खूब तारीफ होती !!!
लोगो को मतलबी रिश्ते बनाने में बहुत मज़ा आता है
मतलब निकलने के बाद आना
जाना ही बंद कर देते हैं
घमंड ना कर इतना मेरे दोस्त
कस्ती तो सबकी डूबती है
इतने अच्छे अच्छे विचार हैं
इस जग में उन सबको धारण करो,
क्या रखा है इस घमंड में?
घमंड न करना अपनी दौलत प
याद रखना एक दिन सब छोड़कर
हमें मिट्टी में मिल जाना है
सुन्दर दिल वाले से प्यार करना चाहिए
अक्सर खूबसूरत चेहरे के पीछे घमंड छिपा होता है
जो तूने कहा उसे मैं सिर झुका कर मान लेता,
बस ये घमंड में नहीं हसकर कहा होता।
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यह जगह की सारी रूपरंगिनियों में
बस एक तुम्हारे घमंड को छोड़ दूं तो
ना इतराओ इतना , बुलंदियों को छूकर
वक्त के सिकंदर पहले भी कई हुये हैं ,
जहां होते थे कभी शहंशाह के महल ,
देखे हैं वहीं , अब उनके मकबरे बने हुये !!!
वक्त और किस्मत पर कभी घमंड ना करो
सुबह उनकी भी होती है जिन्हे कोई याद नही करता
किस बात का इतना घमंड किस बात का इतना गुरूर
वक्त के हाथों बने सब शेर वक्त ही करे सब चकनाचूर
ना गुरूर हैं मुझे ना गुमान हैं,
बस खुद को इतना यकीन हैं
आसमां में भी वही परिंदे उड़ते हैं
पैरों तले जिनके जमीं हैं !!!
रूबरू होने की तो छोड़िये
लोग गुफ़्तगू से भी कतराने लगे हैं
गुरूर ओढ़े हैं रिश्ते
अपनी हैसियत पर इतराने लगे हैं
न कर घमंड तु स्वयं पर इतना
वक्त बदला तो हो जाएगी दुर्घटना
अब यह दुनिया मुझे प्यारी लगने लगी है,
अपने तो अब अकड़ में रहने लगे हैं।
इंसान का सही वक्त है तो घमंड नहीं करना चाहिए
हमेशा इंसान बनकर रहना चाहिए पर किसी का दिल नहीं दुखाना चाहिए
किसी पर शक करके बर्बाद होने से अच्छा है
किसी पर यकीन करके बर्बाद जो जाओ
घमंड से भी अक्सर
खत्म हो जाते हैं कुछ रिश्ते
कसूर हर बार गलतियों की नहीं होता
अमीरों की हस्ती में गलती से हमारी दोस्ती हो गई
आज सर पटक पटक कर रो रहे हैं
ये हमसे कौन सी गलती हो गई
कभी भी अपनी दौलत-शौहरत
पर घमण्ड न करना
यहाँ कोई अमर नही
सुन्दर दिल वाले से प्यार करना चाहिए
अक्सर खूबसूरत चेहरे के पीछे घमंड छिपा होता है
जितना गरौर करोगे अपने धन-दौलत पर,
उतना ही नीचे गिरोगे, अब सोच लो, गिरना है या उठना है।
मेरे सारे कसूरों पर भारी मेरे एक कसूर है
मैं उसे पसंद करता हूँ बस इसी बात का
उसे गुरूर है
मुश्किलो से कह दे
ज्यादा घमंड ना कर
वक़्त तेरा भी आएगा ए वक़्त
ज्यादा गुरुर ना कर
एक बात याद रखना घमंड के दिन चार होते है
समय जब आता है न तब हर तरफ से वार होते है
ना इज्जत कम होती ना शान कम होती
जो बात तुमने घमंड में कहीं हैं
वो बात हस के बोली होती तो तुम्हारी खूब तारीफ होती
इंसान में घमंड और सब्जी में नमक
स्वादानुसार ही होना चाहिए
ज़रूरत तोड़ देती हैं इंसान के घमंड को
अगर न होती मजबूरी तो हर बंदा खुदा होता
अब यह दुनिया मुझे प्यारी लगने लगी है
अपने तो अब अकड़ में रहने लगे हैं
जिनमें कुछ नहीं होता है ना
उनमें घमंड बहुत होता है
इंसान के पास दिमांग जितना कम होता है
घमंड उतना ही ज्यादा होता है
ज्यादा अच्छा बनने की कोशिश में
वो घमंडी हो गए और हम हैं कि
आज भी उनके घमंड पर घमंड करते हैं
किस बात का इतना घमंड किस बात का इतना गुरूर
वक्त के हाथों बने सब शेर वक्त ही करे सब चकनाचूर
बहुत सारे अवगुण जो व्यक्ति में नहीं
होने चाहिए उसमें से एक है घमंड
मिट्टी का तन है
उसमे भी बहुत घमंड है
खुद को खुदा मत समझ ऐ बंदे
घमंड के पर ज्यादा
दिनों तक नहीं चलते
हर रोज़ मुझे नया कहते हो
और खुद घमंड में रहते हो
अपने हद में रह के करना
प्यार हो चाहे घृणा
वरना तुम गुरुर से अपने
खाक में खुद मिल जाओगे
जो तूने कहा उसे मैं सिर झुका कर मान लेता
बस ये घमंड में नहीं हसकर कहा होता
उसे गैरों का होता देख मेरा दिल रोता है
उसे अपने मर्द होने पर घमंड होता है
घमंड न करना अपनी दौलत प
याद रखना एक दिन सब छोड़कर
हमें मिट्टी में मिल जाना है
उसकी नज़रे झुकी थी पर
उसकी सादगी में गुरूर पूरा था
उनको घमंड है उनके चाहने वाले बहुत है
अब उस पागल को कौन समझाए की
सस्ती चीजों का खरीदार बहुत होते है
जिसे लोग घमंड समझते हैं
उन्हे हम अपनी अकड़ कहते हैं
कहने की बात तो बस इतनी सी है
जीतने की उन्हें गलतफ़हमी सी है
उन पर घमंड की गर्मी सी है
और हम पर खुदा की रहमी सी है
इतने अच्छे अच्छे विचार हैं इस जग में उन
सबको धारण करो क्या रखा है इस घमंड में