Gussa Shayari In Hindi 2024 : दोस्तों अगर कभी ऐसा हो कि आपसे कोई नाराज़ हो गया हो या फिर आप खुद किसी से नाराज़ हो गए हों, तो आपके लिए हम खास गुस्सा शायरी लेकर आए हैं। यह शायरी आपके भावों को व्यक्त करने का एक सुंदर तरीका है जिसे आप अपने दोस्तों के साथ शेयर कर सकते हैं। गुस्सा, चाहे कैसा भी हो, रिश्तों में कभी-कभी नोक – झोक हो ही जाती है, और इसे व्यक्त करना भी ज़रूरी होता है ताकि गलतफहमी दूर हो सके और रिश्तों में मिठास बनी रहे।
इसलिए, यदि आप ऐसी शायरी की तलाश कर रहे हैं जो आपके गुस्से या किसी और के गुस्से को सटीक रूप से बयान कर सके, तो आज का यह पोस्ट आपके लिए बहुत ही खास होने वाला हैं। हमारे वेबसाइट पर आपको कई तरह की शायरी मिलेगी, जो आपके दिल की बातों को सुंदर और सटीक तरीके से पेश करने में आपकी मदद करेगी। ऐसी शायरी के माध्यम से आप अपने भावनाओं को आसानी से शेयर कर सकते हैं और रिश्तों को और भी मजबूत बना सकते हैं।
तो चलिए चलते हैं Gussa Shayari In Hindi 2024 के एक और सफर पर ,अगर आपको Gussa Shayari In Hindi पसंद आये तो इसे शेयर जरूर कीजियेगा।
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गुस्सा कर लो चाहे जितना पर
नफरत मुझसे मत करना ,
क्योंकि गुस्सा करोगे तो मनाऊंगा ,
नफरत किया तो बिगड़ जाऊंगा ।
“अगर गुस्से को सही दिशा दी जाय,
तो वो ताकत बन जाती है।”
तुम्हारे तो गुस्से मै भी
इतना प्यार है की
दिल करता है दिनभर
तुम्हे तंग करते रहे
कई रातो के बाद आज की रात आई है,
मेरे सनम ने बात ना करने की कसम खाई है !
हमारा रूठना-मनाना तो लगा रहता है ,
हमारी आंखों में प्यार,
उनके चेहरे पर गुस्सा तो सदा रहता है।
दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है ,
होश जब आता है तो वक्त निकल जाता है ।
“गुस्सा सबसे ज्यादा उसी पर,
जिससे हम सबसे ज्यादा प्यार करते है।”
तूने ही लगा दिया इलजाम-ए-बेवफाई,
अदालत भी तेरी थी गवाह भी तू ही थी !
तुम जब गुस्सा हो जाते हो
तो ऐसा लगता है मनाते
मनाते जिन्दगी गुजारा हूं ।
हंसी के पीछे का दर्द और गुस्से के पीछे का प्यार,
हर किसी को नजर नही आता है।
“जो अपने गुस्से को अपनी ताकत बना सकते है,
वो एक ना एक दिन जरूर सफल होते है।”
ना जाने ये कैसा तरीका है तुम्हारे प्यार करने का,
की तुम्हारा मन ही नहीं करता हमसे बात करने का !
गुस्से का कोई इलाज नहीं,
चाहे दोस्ती हो या हो प्यार
सब उजाड़ ही देती है।
कैसे कह दें कि उनके कुछ नहीं लगते हम,
उनके गुस्से पर आज भी हमारा ही हक है।
“हम सच कहते है इसीलिए हम अपनी आँखों से ही कह देते है,
हमें ज़ुबान खोलने की जरुरत नहीं पड़ती।”
माना तुम मेरे नही पर मुलाकात कर लो
होठों से ना सही आँखों से ही बात कर लो !
थोड़े गुस्से वाले थोड़े नादान हो
तुम मगर जैसे भी हो मेरी जान हो तुम ।
मै बदला नही, आजकल बस अंदाज सही है,
खामोश रहता हूँ पर गुस्से का मिजाज वही है।
“गुस्सा ऐसी चीज है,
जो इंसान की शख्सियत बदल देती है।”
बात करने का किसी से मन नहीं है अब मेरा,
उसकी नाराजगी ने लूट लिया है चैन वैन सब मेरा !
किस बात पर गुस्सा है,
ये पूछने वाला हो तो,
मुस्कान क़भी नहीं जाती।
न तेरी शान कम होती न रूतबा ही घटा होता ,
जो गुस्से में कहा तुमने वही हंस के कहा होता ।
“जब आप अपने गुस्से पर काबू पा लेते हो,
तो आप अपने आप पर काबू पा लेते हो।”
ऐसा नहीं है की दिन नहीं ढलता या रात नहीं होती,
सब अधूरा सा लगता है ,जब तुमसे बात नहीं होती !
मै मुस्कुरा कर अपनी किस्मत
पर सारा गुस्सा उतार देता हूँ ।
कोरे कागज पर तेरी, इक तस्वीर बनाई है,
मैने गुस्से में आकर उसमें, आग लगाई है।
“जो अपने गुस्से को सह लेता है,
वो दूसरों के गुस्से से बच जाता है।”
बात तो होती है हमारी पर सिर्फ
एक दूसरे की बात रखने के लिए..!!
मोहब्बत में गुस्सा वही करता है ,
जिसमें मोहब्बत कूट-कूट के भरी होती है ।
आता है प्यार तुम पर , मगर तुम मुंह फैलाए बैठे हो
क्या करें जानम , तुम गुस्से में और भी हसीन लगते हो
“जो आपसे प्यार करते है,
वही आपसे सबसे ज्यादा गुस्सा होते है।”
बेवजह किसी पर गुस्सा ना करना ऐ दोस्त,
सुना है अक्सर रिश्ते बिखर जाया करते हैं।
यदि आप सही है तो आपको गुस्सा करने की जरूरत नही है ,
यदि आप गलत है तो आपको गुस्सा करने का हक नही है ।
“आजकल इंसान उसी पर गुस्सा करते है,
जो उनसे कमजोर होते है।”
तेरा ख्याल दिल से मिटाया नहीं अभी,
बेवफा मैंने तुझको भुलाया नहीं अभी..!!
दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है ,
होश जब आता है तो वक्त निकल जाता है।
गुस्से में भी उसका प्यार दिखता है,
तकलीफ़ भले मुझको दे, दर्द उसको होता है।
मेरे गुस्से का तेवर झेल नही पाओगी,
प्यार का खेल, तुम खेल नहीं पाओगी.
“जो अपना गुस्सा काबू कर सकते है,
वो इंसान सबसे मजबूत होते है।”
जितना मन करे तुम मुझसे उतना नफरत करो,
क्योंकि गुस्सा करोगे तो प्यार में बदल जायेगा !
खत्म हो नाराज़गी हम पर , हो जाए प्यार की बारिश ..
गुस्सा उतर जाए उनका , करते हैं खुदा से गुजारिश
आपके गुस्से से लोगों को फर्क पड़े,
अपने गुस्से को इतना मजबूत बनाए।
मजबूर नहीं करेंगे तुम्हें बात करने के लिए,
चाहत होती तो दिल तुम्हारा भी करता बात करने का..!!
दो पल के गुस्से से प्यार भरा रिश्ता बिखर जाता है,
होश जब आता है तो वक्त निकल जाता है !
जो हमेशा गुस्से में रहे उसे छोड़ना जरूरी है ,
ऐसे मूर्ख इंसान का घमंड तोड़ना जरूरी है ।
अगर वो मुझे समझती,
तो यूँ मुझपर गुस्सा ना करती।
जिस दिन तेरी मेरी बात नहीं होती,
दिन नहीं गुज़रता और रात नहीं होती..!!
जिन्दगी को कुछ ऐसे जीना है,
धोखा खाना और गुस्सा पीना है !
ये जो मेरे गुस्से को भी मुस्कुराहट में बदल देते हो,
बस यही वजह कि तुम दिल को इतना भाते हो।
जो इंसान अपने आप को नहीं समझ सकते,
सबसे ज्यादा वही गुस्सा होते है।
जो गुस्सा करते है,
वो अपनी कमी को सबके सामने दिखाते है।
ख़ामोशी से मतलब नहीं है मतलब तो बातों का है,
दिन तो गुज़र जाता है मसला तो रातों का है…!!
जिन्हें गुस्सा आता हैं वो लोग सच्चे होते है,
मैंने झूठो को अक्सर मुस्कराते हुए देखा है !
गुस्सा मे कभी गलत मत बोलो ,
मूड तो ठीक हो जाता है ,
पर बोली हुई बातें वापस नही आती ।
तरस जाओगे मेरे लबों से कुछ सुनने को,
बात करना तो दूर हम शिकायत भी नहीं करेंगे..!!
मेरी खामोशी में भी एक दुनिया छुपी है
तुम ना समझ सको तो ये तुम्हारी बेरुखी है..!!
तुम कभी कभी गुस्सा कर लिया करो मुझसे,
मेरे सनम यकीन हो जाता है कि अपना तो समझते हो !
पता है हमेशा के लिए रूठने वाले तुम नहीं ..
गुस्सा होकर तुमसे बिछड़ने वाले हम नहीं
बात यह नहीं कि अब मैं पास नहीं,
बात यह है कि अब उसके लिए मैं खास नहीं..!!
गुस्से में जो छोड़ जाये वो
वापस आ सकता है ,
मुस्कुराकर छोड़कर जाने
वाला कभी वापस नही आता ।
तुम्हारे चेहरे पर गुस्सा देख कर ना जाने क्यूँ,
तुम पर और भी प्यार आता हैं।
उनसे बिछड़ कर रो ना सकी,
तो मैंने इस दिल को ही दर्द दिया..!!
हर चेहरे पर उदासी है गम है या फिर गुस्सा है,
शहर मैं ये कौनसी खैरात बंट रही है इन दिनो !
गुस्सा आना सबके लिए जरुरी हैं पर उसे
निकालना कहा हैं ये समझना ज्यादा जरुरी हैं!
तेरी खामोशी में एक अजीब सा सोर है
इसीलिए इस टूटे दिल में गमों का जोर है..!!
आपके प्यार की कद्र कोई पराया भी करेगा,
लेकिन आपके गुस्से की कद्र केवल अपने ही करेंगे !
गुस्से में कभी इतना रायता ना फैलाओ ,
की चाहकर भी उसे सिमेट ना पाओगे ।
मुझे किसी बात से गिला नहीं पर एक बात है
तेरे जैसा बेवफा इंसान कभी मुझे मिला नही..!!
आपके प्यार की कद्र कोई पराया भी करेगा ,
लेकिन आपके गुस्से की कद्र केवल अपने ही करेंगे ।
अपना बना के फिर बेगाना बना दिया,
भर गया दिल तो बहाना बना दिया…!!
मुझे दूर ही रखिए आप अपने ख्याल से
मैं भटका हूं इश्क के ख्याल से..!!
कुछ लोग इतने कमाल होते है ,
कि बिन वजह गुस्से से लाल होते है ।
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मत पूछो कैसे गुजरता है हर पल तुम्हारे बिना,
कभी बात करने की हसरत कभी देखने की तमन्ना..!!
तुझे गुस्सा दिलाना एक साजिश हैं मेरी तेरा
रूठ कर मुझपर यूँ हक़ जताना अच्छा लगता हैं!
गुस्से का कोई इलाज नहीं,
चाहे दोस्ती हो या हो प्यार
सब उजाड़ ही देती है।
चलता रहा में रात भर बस तेरी ही तलाश में
मिल जाए तू कही भी बस इतनी सी आस में..!!
जिनके बिना एक पल भी नहीं गुजरता,
देखो उसके बिना कल दिवाली बीत गई..!!
इतनी सारी शिकायतें थी उनके आने से पहले,
उन्होंने आकर हाल क्या पूछा,
अपनी शिकायतों पे गुस्सा आ गया।
तेरी यादें मुझे हर वक्त सताने लगी है,
इसलिए टूटे दिल में खामोशी छाने लगी है..!!
मेरी पलकों की नमी इस बात की गवाह है,
मुझे आज भी तुमसे मोहब्बत बेपनाह है..!!
कैसे कह दें कि उनके कुछ नहीं लगते हम,
उनके गुस्से पर आज भी हमारा ही हक है।
जो तू बन जाए दवा इश्क़ की तो में,
मोहब्बत में बीमार होने को तैयार हूँ..!!
बेवजह किसी पर गुस्सा ना करना ऐ दोस्त,
सुना है अक्सर रिश्ते बिखर जाया करते हैं।
ये कैसी ज़िद हैं तुम्हारी हमसे बात ना करने की,
क्यों हैं तुम्हें आर जूहमें ख़ुद से दूर करने की..!!
तुम्हारा तो गुस्सा भी इतना प्यारा है कि,
दिल करता है दिन भर तुम्हे तंग करता रहूं।
किस्मत बुरी या मैं बुरा यह फैसला ना हो सका
मैं हर किसी का हो गया पर कोई मेरा ना हो सका..!!
किस बात पर गुस्सा है,
ये पूछने वाला हो तो,
मुस्कान क़भी नहीं जाती।
तुम्हारी मुस्कुराहटें, बातें याद आती हैं,
काश तुम बात करो मुझसे लब पे फ़रियाद आती है..!!
जब तक तेरा इतराना और गुस्सा करना बाकी है,
अपने आप को अहले इल्म में शुमार न कर..
तुमसे इश्क करके हम बर्बाद हो गए
तुम्हे पाने के लिए हम अपनो से दूर हो गए..!!
तुम्हारा गुस्सा भी इतना प्यारा है कि
दिल करता है तुम्हे दिन भर तंग करते रहे ।
नाजाने किस बात पे आप नाराज है हमसे,
ख्वाबों मे भी मिलते है तोबात नही करते..!!
मैं मुस्कुरा कर अपने किस्मत
पे सारा गुस्सा उतार देता हूँ
बात नहीं करनी कहते हैं यह हमारी मजबूरी है
पर असल बात तो यह है वो चाहते हमसे दूरी है..!!
उसकी ये मासूम अदा मुझको बेहद भाती है,
वो मुझसे नाराज़ हो तो गुस्सा सबको दिखाती है
यार खामोशी से अच्छा तुम लड़ाई,
करलो कम से कम बात तो होगी..!!
उसका गुस्सा और मेरा प्यार एक जैसा है, क्यूंकि ना
तो उसका गुस्सा कम होता है और ना मेरा प्यार !!
कहने लगी है अब तो मेरी तन्हाई भी मुझसे,
मुझसे ही कर लो मोहब्बत मैं तो बेवफा भी नही..!!
तुम जब गुस्सा हो जाते हो तो ऐसा लगता है,
जैसे मनाते-मनाते पूरी ज़िन्दगी गुजर जाएगी।
अपने ही होते है जो दिल पर वार करते है
गैरों को क्या खबर दिल किस बात पर दुखता है..!!
बहुत अजीब चल रहा है आज कल
का रिश्ता मुझे गुस्सा नहीं आता और
उसे प्यार नहीं आता.
उसकी ये मासूम अदा मुझको बेहद भाती है,
वो मुझसे नाराज़ हो तो गुस्सा सबको दिखाती है
कितना मुश्किल है मनाना उस शख्स को,
जो रूठा भी ना हो और बात भी ना करे..!!
हंसी के पीछे का दर्द और गुस्से के पीछे का प्यार
हर किसी को नजर नही आता है ।
हर दिन का वही गम हर शाम का हिसाब
फिर खोल कर बैठा रहा मैं इश्क की किताब..!!
गुस्से की आग में जलने का शौक नहीं है,
पर जब धैर्य खत्म हो जाता है, तो सब कुछ जल जाता है।
गुस्सा करना अब आदत हो गई है,
जैसे तुझसे प्यार करना मेरी किस्मत हो गई है।
गुस्से की लहर में सब कुछ बह जाता है,
सच्चे रिश्तों का रंग फीका पड़ जाता है।
गुस्से की चिंगारी से ही झगड़ा होता है,
सच्चे दिल का हाल तो नजरों से बयाँ होता है।
गुस्सा करने की आदत अब पुरानी हो गई है,
दिल की बातों को अब चुप रहकर ही निभाते हैं।
गुस्से की लहरें हमेशा सुनने में आती हैं,
लेकिन दिल की धड़कनें कभी छुपाई नहीं जातीं।
गुस्सा तो बस एक बहाना है,
असल में दिल की चुप्पी का सच्चा कारण है।
गुस्से में उठे हाथ कभी वापस नहीं आते,
दिल की बातों को समझना ही सच्चा हुनर है।
गुस्से का तूफान जब उठता है,
सच्चे रिश्तों का समंदर भी हिल जाता है।
गुस्से का असर दिल पे कुछ ऐसा होता है,
प्यार की बातें भी तकरार में बदल जाती हैं।
गुस्से की ज्वाला में अक्सर दिल जल जाते हैं,
रिश्तों की मिठास भी तीखी हो जाती है।
मेरा दिल उसके बिना एक पल भी नहीं लगता,
मगर वह न जाने क्यों मुझसे बात नहीं करता..!!
गुस्से में दिल की गहराई को छुपाना मुश्किल है,
सच्चे रिश्तों का तो ताज महल भी बिखर जाता है।
गुस्से में उठे हाथ कभी वापस नहीं आते,
दिल की बातों को समझना ही सच्चा हुनर है।
थोड़े गुस्से वाली थोड़ी नादान हो तुम ,
पर जैसी भी हो मेरी जान हो तुम ।
गुस्से की लहरें हमेशा सुनने में आती हैं,
लेकिन दिल की धड़कनें कभी छुपाई नहीं जातीं।
तुम्हारा तो गुस्सा भी इतना प्यारा है की,
दिल करता है दिन भर तुम्हे तंग करता रहूँ ।।
दूरियों से दिल ना भरा उनका तो सबसे
करीब आकर कहा कि हम तेरे नही है..!!
यूँ न पूछ मुझसे सरेआम मेरी उदासियों का सबब,
अल्फ़ाज निकले तो कई अपने बेनक़ाब हो जायेगे..!!
रूबरू था कोई शख्स आइने में मुझसे,
गुस्से में मुझे देखकर वो रोने लग गया।
मोहब्बत की तारीफ में बस इतना ही कहेंगें,
बेमिसाल सजा है किसी बेगुनाह के लिए..!!
कोई और तकलीफ दे तो गुस्सा आता है,
पर जब कोय अपना तकलीफ दे तो रोना आता है
जिन्हें गुस्सा आता हैं वो लोग सच्चे होते है,
मैंने झूठो को अक्सर मुस्कराते हुए देखा है।